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    वज़्न कम करने का नुस्ख़ा (weight loss tips)


    वज़्न कम करने का तरीक़ा 

    दिन में सिर्फ़ एक बार खाना सुन्नत है अगर एक बार खाने से कमज़ोरी आती है तो दिन में दो मर्तबा खा लीजिये। चाहे एक बार खाएं या दो बार मगर भूख से कम खाना ज़रूरी है। तीन बार खाने बल्कि दो बार के अलावा दीगर औक़ात में मुख़तलिफ़ चीज़ें खाने से बचिये। बीच में भूख लगे और खाना चाहें तो खीरा,ककड़ी,सलाद के पत्ते "डाइट सेब" वग़ैरा खा लीजिये।
    एक या दो बार जो खाना खाएंगे उसमें सलाद वग़ैरा नीज़  उबाली हुई या बहुत ही कम यानी एक आध छोटी सी चम्मच तेल में पकाई हुई सब्जियां, आलू ना खाईए। अगर रोटी या चावल खाना ज़रूरी हो तो जो सब्ज़ी बताइ गई है उसके साथ आधी चपाती खाइये चावल सिर्फ़ पानी में उबले हुए सिर्फ़ आधा कप, सिर्फ़ एक बोटी वोह भी छोटी सी बग़ैर चर्बी की , आम खाना ज़रूरी हो तो हफ़्ते में एक आध बार सिर्फ़ दर्मियाना क़िस्म का आधा आम।

    weight loss tips in hindi
     weight loss tips


    पेट की तकलीफ़ों और तरह-तरह की बीमारीयों से बचने का बेहतरीन नुस्ख़ा 

    जो भी ग़िज़ा खायें ख़ूब चबा कर खायें, यानी इतनी चबाएं कि ग़िज़ा पानी की तरह पतली हो कर ख़ुद ही हल्क़ के नीचे उतर जाए।
    चाय पीना चहें तो "स्किम्ड मिल्क" की फीकी ही पी लीजिये अगर बग़ैर मिठास के न पी सकें तो डाॅक्टर के मशवरे से स्वीटनर की एक गोली डाल लें ( अगर आप feonnaa herbal की zero sugar जो कैमिकल फ़्री है वह भी यूज़ कर सकते हैं इसका लिंक हमारी वेबसाइट पर शो कर रहा है आप आॅनलइन आॅर्डर कर सकते हैं।)
    (कहा जाता है कि बाज़ SWEETENER मुज़िरे सेह़त होती हैं) अगर शूगर का मर्ज़ ना होतो मुमकिना सूरत में चीनी की जगह शहद या गुड़ डाल लीजिये। (दिन रात में सिर्फ़ दो बार दर्मियाना कप वोह भी आध-आधा पियें)


    चर्बी,घी,खाने का तेल,अण्डे की ज़र्दी,डेरी(DAIRY) की चीज़ें जैसे- मक्खन,पनीर और हर तरह की चिकनाहट वाली ग़िज़ाएं, और क्रीम वाले बिस्किट मुख़तलिफ़ मीठी डिशें जैसा कि रबड़ी, खीर, फ़्रूट-जेली, कस्टर्ड, फ़ालूदा वग़ैरा। केक,पेस्ट्रीयां,कोको चाॅकलेट और टाॅफ़ियों,क्रीम लगी हुई या मीठी ग़िज़ाओं, मिठाईयों,आइसक्रीम,ठण्डे मशरूबात (COLDDRINKS) फ़ास्ट फ़ूड जैसे- पिज़्ज़े, पराठे, पूरियां, कचोरियां,पकौड़े, कबाब,समोसे,अण्डा आम्लेट वग़ैरा हर वोह चीज़ जिसमें मैदा,चिकनाहट या मिठास शामिल हो उनसे बचिये। انشآء الله वज़्न में कमी आएगी और ख़ुश-अन्दाम (SMART) हो जाएंगे।


    खाने का "चार्ट"


    डाॅक्टरों के पास खाने का "चार्ट" मिलता है उनके ज़रिये भी खाने का तनासुब बरक़रार रखा जा सकता है। अपने फ़ैमिली डाॅक्टर या माहिर ह़कीम से मशवरा करके सिर्फ़ ग़िज़ाओं और परहेज़ियों से वज़्न कम करना चाहिए।
    मगर दवा के ज़रिये वज़्न कम नहीं करना चाहिए कि इसके  ( SIDE EFFECTS ) सेहत को नुक़सान पंहुचा सकते हैं।




    वज़्न कम करने के लिए कद्दू शरीफ़ पकाने का तरीक़ा 

    हस्बे ज़रूरत कद्दू (लौकी) के क़त्ले पानी में चूल्हे पर चढ़ा  दीजिये थोड़ी सी हल्दी और हस्बे ज़ायक़ा नमक डालिये तेल ना डालिये इसके बीच से कुछ ना कुछ तेल निकल आएगा। थोड़ी सी देर में वज़्न कम करने का नुस्ख़ा तैयार है। मगर आगे बयान करदा तरकीबें भी अमल में लानी हैं।


    वज़्न कम करने का नुस्ख़ा

    लाखदाना,ज़ीराए सियाह और कलौंजी तीनों हम वज़्न लेकर अच्छी तरह बारीक पीस कर यकजा ( यानी MIX) करके बड़े मूंह की बोतल में मह़फ़ूज़ कर लीजिये रोज़ाना सुब्हो शाम एक-एक चम्मच पानी के साथ खाने से पहले खा लीजिये मगर परहेज़ी भी जारी रखिये ।

    घबराइए नहीं! 

    भूक से कम खाना आपको सिर्फ़ चँद रोज़ दुशवार मालूम होगा, वोह भी ज़्यादा तर उस वक़्त जबतक कि दस्तर-ख़्वान पर बैठे रहेंगे, दस्तर-ख़्वान बढ़ा लेने के बाद
    ان شآء الله عزوجل तवज्जो हट जाएगी। इसके बाद जब कम खाने कीआदत बन जाएगी और इसकी बरकातों का मुशाहदा फ़रमा लेंगे तो ज़्यादा खाने को ان شآء الله عزوجل जी भी नहीं चाहेगा।

    देगों का पका हुआ खाना 

    देगों के ज़बर दस्ती के "लज़ीज़" बनाए गए ख़ूब मुरग़्ग़न और मसाले दार क़ोरमे, बिरयानी वग़ैरा चटपटे खाने अक्खाड़े के पहलवान और मैदान के खिलाड़ी के लिए भी सेह़त कुश (यानी सेह़त को तबाह करने वाले) हैं। और ख़ुसूसन वज़न दार आदमी के सेह़त के तो निहायत ही सख़्त दुशमन हैं। दावतों की देगों की ख़ुश ज़ायक़ा ग़िज़ाएं खाने के दौरान लज़्ज़त की वज्ह से आदमी हाथ भी जल्दी रोक नहीं पाता, मामूल से ज़्यादा खाता और दूसरों की मौजूदगी में ह़िर्स की वजह से उससे बराबर चबाया भी नहीं जाता, जल्दी-जल्दी निगलने और उसे पेट में लुढ़काने के सबब इसकी सेह़त को शदीद नुक़सानात पहुंचते हैं। एक तिब्बी तहक़ीक़ के मुताबिक़ चटपटी ग़िज़ाओं से अल्सर (ULCER) , मेदे की तेज़ाबियत, बदह़ज़मी और बवासीर की बीमारियां जन्म लेती हैं।



    खाकर फ़ौरन सो जाने के नुक़सानात 

    आजकल काफ़ी अफ़राद कामकाज से रात को फ़ारिग़ होकर थके हारे आकर,जल्दी-जल्दी खाना खाकर फ़ौरन सो जाते हैं, ऐसों को शूगर, दिल के अमराज़,मेदे की बीमारीयां,फ़ालिज वग़ैरा अमराज़ हो सकते हैं लिहाज़ा खाना खाने के दो या तीन घण्टे बाद सोना चहिए। रात देर खाकर फ़ौरन सो जाने में आप की लाख मज़बूरियां हों, मगर "बीमारी" आपकी कोई मज़बूरी नहीं देखेगी आपको ही अपने अन्दाज़ बदलने ही पड़ेंगे।


         नोट:- कोई भी घरेलु इलाज करने से पहले किसी माहिर डाॅक्टर की सलाह ज़रूूूर लें ताकि आप हर तरह के नुक़सान से बच सकें।



     

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