मेथी के फ़ायदे (benefits of fenugreek)
मेथी के फ़ायदे
दोस्तों अल्लाह की बेशुमार नेमतों में से एक नेमत मेथी भी है जो कि इन्सान की सेह़त के लिए बहुत ही फ़ायदेमन्द है।
आइये जानते हैं कि मेथी में क्या क्या फ़ायदे हैं। येह बात हमेशा के लिए याद रखिये कि किसी भी सख़्स के बताए हुए, किताबों में लिखे हुए, किसी वेबसाइट से पढ़े या YouTube वग़ैरा से सुने हुए बल्कि ह़दीस़े मुबारका में बयान किए हुए इलाज भी माहिर डाक्टर की सलाह के बग़ैर नहीं करने चाहिए।
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1. मेथी को अरबी में हुल्बह, फ़ारसी में शम्बलीला, पश्तो में मल्ख़ूज़ा और अंग्रेज़ी में फ़ीनूग्रीक (FENUGREEK) कहते हैं।
2. मेथी में विटामिन B, फ़ोलाद, फ़ास्फ़ोरस और कैल्शियम की मौजूदगी जिस्मानी कमज़ोरी और ख़ून की कमी को दूर करती है।
3. मेथी दाल की तरह पका कर, या खिचड़ी बना कर, या मेथी का पाउडर चटनी या छाछ में मिला कर के भी इससे फ़ायदा ह़ासिल किया जा सकता है।
4. थोड़े बहुत मेथी के दाने हर तरह की सब्ज़ी वग़ैरा में ज़रूर डालना चाहिए।
5. मेथी आंखों की पीली रंगत, मूंह की कड़वाहट और दिल ख़राब होने की कैफ़िय्यत ख़त्म करती है।
6. जिसके मूंह से राल बहती हो उसके लिए मेथी का स्तेमाल ह़ैरत अंगेज़ तासीर रखता है।
दायमी (यानी हमेशा) क़ब्ज़ और पेट की बीमारियों का इलाज
7. मेथी बद ह़ज़्मी, खट्टी डकारें और भूक की कमी को दूर करती है8. मेथी पेट की हवा को बाहर निकालती है फे'ल दुरुस्त करती है।
9. आंतों की कमज़ोरी की वजह से अगर दाइमी (हमेशा) क़ब्ज़ हो तो पाँच ग्राम मेथी का पाउडर गुड़ में मिला कर सुबह व शाम पानी के साथ कुछ दिन तक स्तेमाल करने से ना सिर्फ़ दाइमी क़ब्ज़ दूर होगी बल्कि जिगर को भी ताक़त मिलेगी इन्शा अल्लाह।
10. मेदे के अल्सर या अंतड़ियों के ज़ख़्म और सूजन में मेथी का स्तेमाल फ़ायदेमन्द है।
11. पेचिश के मरीज़ों के लिए पाँच ग्राम छोटी चम्मच पिसी हुई मेथी पानी से स्तेमाल करना फ़ायदेमन्द है।
12. मेथी पेट के छोटे छोटे कीड़े मारती है।
13. मेथी के दाने तसकीन बख़्श (यानी इतमिनान देने वाले) ह़ाज़िम और पेट के तनाव खींचाव और पेट के फूलने का मरज़ ख़त्म करते हैं।
कमर और जोड़ों का दर्द
14. मेथी का स्तेमाल कमर दर्द, तिल्ली का वरम और गंठिया वग़ैरा में फ़ायदेमन्द है।15. मेथी के दाने गुड़ के साथ उबाल कर स्तेमाल करने से कमर और जोड़ों के दर्द में आराम आता है
16. गंठिया के लिए मेथी के दस ग्राम ताज़ा पत्ते पानी में पीस कर सुब्ह़ नहार मूंह स्तेमाल करें (मेथी के पत्ते सब्ज़ी वाले से मिल सकते हैं।)
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ख़ूनी बादी बवासीर का इलाज
17. मेथी के लगातार स्तेमाल से अल्लाह पाक के करम से बवासीर का ख़ून बन्द हो जाता और बाज़-औक़ात (पाइल्ज़ PILES) झड़ जाते हैं। अगर साथ में इन्जीर का भी स्तेमाल किया जाए फ़ायदे में बढ़ौत्री हो सकती है।
18. बवासीर के लिए लाजवाब नुस्ख़ा येह है कि 250 ग्राम मेथी के दाने और 250 ग्राम इलाइची लीजिये और दोनों को बारीक पीस लीजिये। दिन में दो या तीन बार चाय की एक एक चम्मच दूध या पानी के साथ स्तेमाल कीजिये।
19. येह नुस्ख़ा ज़िक्र किये गये तरीक़े के मुताबिक़ स्तेमाल करने से बवासीर के इलावा इन बीमारियों के लिए फ़ायदेमन्द है : भूक कम लगना, पुरानी गैस, तबख़ीर (यानी बुख़ारात जो खाने के बाद दिमाग़ को चढ़ते हैं और जिस्म को गरमा देते हैं), बद ह़ज़्मी, खट्टी डकारें आना, सीने की जलन, पेट की जलन, पेट का फूलना, खाना खाते ही ग़ुनूदगी या नींद चढ़ना और खाना खाते ही तबिअत में उक्ताहट और बेज़ारी पैदा होना।
20. खांसी की दवाएं आमतौर पर मेदा ख़राब करती हैं लिहाज़ा पुरानी खांसी के मरीज़ का दवाओं के स्तेमाल की वज्ह से मेदे में जलन और बद ह़ज़्मी के मरज़ से बचना दुशवार है, मेथी के स्तेमाल से ना सिर्फ़ खांसी को फ़ायदा होता है बल्कि मेदे की भी स्लाह़ होती है।
21. मेथी बल्ग़म निकालती और फेफड़ों की अन्दरूनी झिल्लियों की ह़िफ़ाज़त करती है।
22. मेथी के दानों का पाउडर गर्म पानी में घोल कर पीना खांसी और दमे के लिए फ़ायदेमन्द है।
23. मेथी के दाने पानी में हल्की आंच पर ख़ूब अच्छी तरह उबालें, जब क़ाबिले बरदाशत हो जाए तो उससे ग़रारे कर लीजिये इन्शा अल्लाह गले की ख़राश और सूजन के लिए फ़ायदेमन्द है।
ख़ारिजी सूजन और फोड़ों का इलाज
24. मेथी के दानों का छिल्का उतार कर उसका गूदा बतौरे लेप सूजन या फोड़ों पर बांधने से इन्शा अल्लाह फ़ायदा हो जाता है।मूंह के छाले
25. मूंह के अन्दर, ज़बान के नीचे या होटों के अन्दरूनी सत़्ह़ पर छाले हों तो मेथी पका कर खाएं या मेथी के ताज़ा पत्ते पानी में ख़ूब उबाल कर उसके नीम (यानी आधा) गर्म पानी से सुबह व शाम ग़रारे और कुल्लियां कीजिये इन्शा अल्लाह मूंह के छाले ठीक हो जाएंगे।शूगर का इलाज
26. मेथी के दानों का स्तेमाल DIABETES के ऐसे मरीज़ों के लिए भी फ़ायदेमन्द है जो " इन्सूलिन" का स्तेमाल करते हैं। इस दौरान चावल, आलू, गोभी, अरवी, केला और दूसरी मीठी चीज़ों से परहेज़ ज़रूरी है, सुबह की चहल क़दमी फ़ायदेमन्द है। मेथी के स्तेमाल के बीच एलोपैथिक दवाएं स्तेमाल हो रही हों तो कोई हरज नहीं।27. मेथी के दाने दर-दरे कर के 20 ग्राम रोज़ाना खाने से इन्शा अल्लाह सिर्फ़ दस दिन के अन्दर ही पेशाब और ख़ून में शूगर की मिक़दार (यानी मात्रा) कम हो जाएगी अगर्चे अलामाते मरज़ में कमी होने के सबब मरीज़ को ख़ुद भी फ़ायदे का अन्दाज़ा हो जाता है लेकिन बेहतर है कि हर दस दिन के बाद शूगर टेस्ट करा लिया जाए। शूगर के तनासुब से मेथी के दानों का स्तेमाल रोज़ाना 100 ग्राम तक भी किया जा सकता है इस सिल्सिले में मेथी के बीज दाल की तरह या किसी सब्ज़ी में मिला कर पका कर भी स्तेमाल किए जा सकते हैं।
28. मेथी के दानों का एक साइड इफेक्ट येह है कि बाज़ मरीज़ों का पेट शुरू में कुछ फूल जाता लेकिन बाद में येह असर ख़ुद ब ख़ुद दूर भी हो जाता है।
29. लो शूगर के मरीज़ मेथी स्तेमाल ना करें।
मेथी कोलेस्ट्रॉल में कमी लाती है
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32. मेथी पेशाब आवर है, गुर्दे की सूजन के सबब जब पेशाब कम आता है तो मेथी के स्तेमाल से पेशाब खुल कर आता है।
सर्दियों में मेथी के फ़ायदे
33. सर्दियों में रोज़ाना खाने के बाद पानी से मेथी दाने छोटा चम्मच आधा स्तेमाल कर लेने से सर्दियों की अक्सर बीमारीयों से ह़िफ़ाज़त होती है इन्शा अल्लाह।34. सर्दी की वज्ह से पेशाब की तकलीफ़ हो तो मेथी के दाने शहद के साथ स्तेमाल करने से इन्शा अल्लाह फ़ायदा होगा।
बाल लम्बे करें, झड़ने से बचाएँ
35. मेथी के दानों को कुछ देर पानी में भिगो कर नर्म कर लेने के बाद पीस कर ह़फ़्ते में दो बार सर पर इस तरह लगाएं कि जड़ों में भी लग जाए और कम अज़ कम एक घण्टा लगा रहने दीजिये इसके बाद सर धो लीजिये इन्शा अल्लाह बाल गिरने बन्द हो जाएंगे और लम्बे भी होंगे।36. मेथी के साग यानी पत्ते चेहरे पर मलने से चेहरा साफ़ हो जाता है।
औरतों की बीमारीयां
37. औरत को सिन्ने बलूग़त की इब्तिदा में माहवारी के सबब बसाऔक़ात जिस्मानी थकन, कमज़ोरी, चेहरे पर बे-रौनक़ी और पीला पन आ जाता है, माहवारी की ज़ियादती के सबब भी ऐसी अलामत पैदा हो जाती है, ऐसे मौक़े पर मेथी भून कर गोश्त या किसी दूसरी सब्ज़ी के साथ खाने से इन्शा अल्लाह येह ह़ालत जाती रहेगी।38. जिन औरतों को बार बार ख़ून आता हो उनके लिए मेथी का स्तेमाल फ़ायदेमन्द है।
39. मेथी बच्चा दानी के वरम (यानी सूजन) और दर्द वग़ैरा में फ़ायदेमन्द है।
40. बच्चे की पैदाइश के बाद माँ का दूध कम पैदा हो रहा हो तो मेथी के बीज थोड़ी सी मिक़दार (यानी मात्रा) में या किसी माहिर डाॅक्टर के मशवरे से स्तेमाल किए जाएं तो दूध की पैदाइश में बढ़ौत्री हो सकती है।
तबिअत ह़श्शाश बश्शाश हो
41.मेथी की पत्तियाँ उबालने के बाद हल्का सा भून कर खाएं बदन की एक ख़िल्त़ सफ़रा (यानी पित, पीले रंग का कड़वा पानी) की ज़ियादती ख़त्म हो कर तबिअत हश्शाश बश्शाश हो जाती है।42. मेथी की पत्तियाँ भूक बढ़ाती है।
43. मेथी की पत्तियाँ क़ब्ज़ खोलती है, इजाबत खुल कर आती है और यूं इन्सान खुद को तरो ताज़ा और हल्का फुल्का महसूस करता है।
benefits of fenugreek in hindi |
मेथी का जोशांदा
44. मेथी के कहवा (यानी जोशांदा) बनाना बहुत आसान है। हस्बे ज़रूरत मेथी के दाने पानी में डाल कर चूल्हे पर कुछ देर जोश दे कर छान लीजिये, कहवा (जोशांदा) तैयार है।45. मेथी का क़हवा खांसी, हल्क़ की सूजन इसकी जलन और दर्द में फ़ायदा करता है।
46. मेथी का क़हवा सांस की घुटन और मेदे की जलन के लिए फ़ायदेमन्द है।
47. मेथी का क़हवा मेदे और अंतड़ियों की गंदिगियां साफ़ करता और हाज़्म के निज़ाम से इज़ाफ़ी और नुक़सान देह रुतूबतें बाहर निकालता है।
48. मेथी का क़हवा पसीना लाता है और अगर ख़ून में किसी क़िस्म के जरासीम की गंदगी या ज़हर है और उसके सबब बुख़ार आ रहा है तो उसे जिस्म से बाहर करता है, बुख़ार का दौरानिया भी कम करता है।
49. आम अमराज़ नज़्ला, ज़ुकाम और बुख़ार में ख़ाली पेट दिन में तीन चार मर्तबा एक कप मेथी का क़हवा पिया जाए तो इन्शा अल्लाह दो तीन दिन में येह तकलीफ़ ख़त्म हो जाएगी।
50. अगर मूंह में बदबू आती हो, जिस्म के किसी हिस्से में मिसाल के तौर पर नाक, कान वग़ैरा में बदबूदार मवाद जमा हो जाता हो, पेट से सख़्त बदबू दार हवा ख़ारिज होती रहती हो, बदन से पसीने की तेज़ बदबू निकलती हो तो मेथी का क़हवा लगातार चन्द दिनों तक स्तेमाल कीजिये इन्शा अल्लाह येह आपके जिस्म से सारे फ़ासिद और ज़हरीले माद्दे बाहर कर देगा और बदबू की शिकायत जाती रहेगी।
Nice
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