Header Ads

  • Breaking News

    आम के फ़ायदे ( benefits of mango)


    आम के फ़ायदे


    गरमी के मौसम में आने वाला आम अल्लाह عزوجل की बहुत ही प्यारी नेमत है। इसके बेशुमार फ़ायदे हैं : 

    benefits of mango in hindi
     benefits of mango in hindi

    🥭 आम नया ख़ून बनाता है, आम आंतों को ताक़त देता, मेदे, गुर्दे, मसाने और आसाब को ताक़त देता है।

    🥭 आम खाने से तेज़ाबियत ( ACIDITY ) के मरज़ में फ़ायदा देता है। अलबत्ता Carbide नामी केमिकल के ज़रिये पकाया हुआ आम खाने से तेज़ाबियत (ACIDITY ) कम होने के बजाय बढ़ सकती है।

    🥭 जिसको नींद ना आती हो वोह एक आम खा के ठन्डा दूध पी ले ان شآء الله عزوجل नींद आ जाएगी।

    🥭 आम का स्तेमाल कैंसर और दिल के मरीजों के लिए फ़ायदेमन्द है।

    🥭 आम खाने से मोटापा आता है।

    🥭 आम खाने से क़ब्ज़ दूर होता है। 

    🥭 आम खाने के बाद दूध या दूध की लस्सी या थोड़े से जामुन खा लेने से इसकी गरमी दूर हो जाती है। आगर दूध से गैस होती हो तो थोड़ी सी अदरक मिला लेनी चाहिए

    🥭 मीठे और ताज़े आम का थोड़ा सा गूदा ह़ामिला को रोज़ाना खिलाया जाए तो ان شآء الله عزوجل बच्चा तन्दुरुस्त पैदा होगा

    🥭 दूध पिलाने वाली औरत आम खाए कि इससे दूध बढ़ता है

    🥭 आम प्यास बुझाता है

    benefits of mango
     benefits of mango in hindi


    🥭 काट कर खाने के बजाय आम चूस कर खाना बेहतर है

    🥭 आम खा कर कच्ची लस्सी पीना आँखों की रोशनी और बदन की कमज़ोरी दूर करने में मददगार

    🥭 आम हमेशा ठन्डा करके स्तेमाल कीजिये

    🥭 बग़ैर ठन्डा किये आम खाना बदन पर फोड़े फुन्सियां और आँखों की बीमारीयां पैदा कर सकता है

    🥭 आम कम तदाद में खाएं

    🥭 आम ज़ियादा खाने से जिगर ( Lever ) की कमज़ोरी और मरज़े इस्तिस्क़ा का अन्देशा है जिसमें पेट बढ़ जाता है और प्यास बहुत लगती है

    🥭 आम की सूखी गुठली के बारीक पिसे हुए 3 ग्राम मग़्ज़ को पानी के साथ खाने से दस्तों ( Motions ) के मरज़ में फ़ायदा होता है

    🥭 औरतों को मख़सूस दिनों में ख़ून ज़ियादा आता हो, तो आम की सूखी गुठली के मग़्ज़ का पाउडर सुब्ह़ व शाम एक एक चम्मच खाने से ان شآء الله عزوجل फ़ायदा हो जाएगा

    benefits of mango in hindi
     benefits of mango in hindi


    🥭 ख़ूनी बवासीर के लिए भी येह इलाज मददगार है

    🥭 क़लमी आम मेदे के लिए भारी और देर से ह़ज़्म होता है क़लमी आम की कइ क़िस्में हैं : सरोली, लंगड़ा, चौंसा और संधड़ी वग़ैरा भी इनमें शामिल है

    🥭 बल्ग़मी या सफ़्रावी मिज़ाज वालों को नहार मूंह आम नहीं खाना चाहिए कि इससे मेदे को नुक़सान पंहुचता और उसमें गरमी पैदा होती है

    🥭 खट्टा आम खाने से गले और दांतों को नुक़सान होता है, इससे ज़ुकाम और ख़ून में ख़राबी भी पैदा हो सकती है

    🥭 आम पेशाब लाता है

    🥭 आम और दीगर फलों को पकाने के लिए Carbide नामी केमिकल स्तेमाल किया जाता है लिहाज़ा कुछ देर पानी में भिगोने के बाद अच्छी तरह धो कर स्तेमाल कीजिये। Carbide की मामूली सी मिक़दार (मात्रा) भी पेट में जाने से मेदे और आंतों की बीमारियों के इलावा कैंसर का भी ख़तरा पैदा होता है

    🥭 आम अच्छी तरह धो लीजिये ताकि इसकी गूंदी साफ़ हो जाए वरना वोह गले में ख़राश का सबब बन सकती है

    🥭 हाई शूगर के मरीज़ डाॅक्टर की सलाह के बग़ैर आम ना खाएं।


     नोट : कोई भी घरेलु इलाज करने से पहले किसी माहिर डाॅक्टर की सलाह ज़रूर लें वरना आप नुक़सान उठा सकते हैं।




    No comments

    Post Top Ad

    Post Bottom Ad